Malware एक कंप्यूटर प्रोग्राम होता है। जिसको Malicious software भी कहा जाता है। जब कभी भी हम कंप्यूटर या फोन पर इन्टरनेट का ज्यादा यूज करते है, किसी external device को अपने सिस्टम से connect करते है या फिर किसी ऐसी link पर क्लिक करते है जो infected हो तो, कुछ समय बाद हमारा कंप्यूटर सिस्टम या फोन की speed slow हो जाती है। ऐसा malware के कारण होता है। ये सिस्टम को infected कर देते है और डाटा को delete भी कर देते है। Malware क्या होते है (Malware In Meaning Hindi) और कितने प्रकार के होते है, आइये डिटेल में समझते है।
मैलवेयर क्या है | What Is Malware Meaning In Hindi?
मैलवेयर एक प्रोग्राम (निर्देशों का संग्रह) है। इसका उपयोग कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाने या crypt करने के लिए किया गया था। सिस्टम में मैलवेयर आने के बाद, यह प्रारंभ में सिस्टम की सभी फ़ाइलों को crypt करने से पहले गति को कम कर देता है। मैलवेयर के सिस्टम में प्रवेश करने का पहला संकेत कंप्यूटर की गति में कमी है। उसके बाद, यह सॉफ़्टवेयर, फ़ाइलों और ऐप्स को लक्षित करता है।
मैलवेयर कितने प्रकार के होते है | Types Of Malware In Hindi?
मैलवेयर विशेष रूप से कंप्यूटर या कंप्यूटर सिस्टम में स्थापित सॉफ़्टवेयर को नुकसान पहुंचाने के लिए डिज़ाइन किया गया था। मैलवेयर मुख्यतः निम्न प्रकार के होते हैं।
- Ransomware:- रैनसमवेयर एक प्रकार का मैलवेयर है जो यूजर्स का डेटा चुरा लेता है और चुराने के बाद यूजर को ब्लैकमेल करता है। यह यूजर से डेटा के बदले में फिरौती मांगता है, अगर यूजर फिरौती नहीं देता है तो यह यूजर को डेटा वापस नहीं करता है।
- Adware:- Adware एक ऐसा malicious software है जो स्वचालित रूप से विज्ञापन प्रस्तुत करता है। Adware को advertising-supported software के रूप में भी जाना जाता है। Adware के कुछ सामान्य उदाहरण जैसे किसी वेबसाइट पर पॉप-अप विज्ञापन दिखाना, या कुछ ऐसे विज्ञापन जो सॉफ्टवेयर का विज्ञापन दिखाते हैं जिसमें सॉफ्टवेयर को मुफ्त में इंस्टॉल करने के लिए कहा जाता है। इन Adware में कुछ sponsored ads होते हैं जिनका उपयोग revenue उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। लेकिन कुछ ऐसे ऐड भी हैं जिन पर अगर आप गलती से भी क्लिक कर देते हैं तो वो आपके कंप्यूटर सिस्टम में घुसकर आपकी निजी जानकारी चुरा लेते हैं और आपकी एक्टिविटी पर भी नजर रखते हैं।
- Spyware:- Spyware के नाम से ही पता चलता है कि यह जासूस की तरह काम करता है। Spyware उपयोगकर्ता को सूचित किए बिना कंप्यूटर सिस्टम में स्वचालित रूप से इंस्टॉल हो जाता है और keystrokes collection, account information, logins और financial data आदि पर नजर रखता है। Spyware में कुछ अतिरिक्त क्षमताएं होती हैं जैसे browser या software की सुरक्षा सेटिंग को संशोधित करना, नेटवर्क connection में interfere करना , इत्यादि।
- Trojan horse (ट्रोजन हॉर्स):- ट्रोजन हॉर्स एक हानिकारक सॉफ्टवेयर है जो शुरू में हमें किसी सामान्य सॉफ्टवेयर जैसा लगता है इसलिए हम इसे अपने कंप्यूटर में इंस्टॉल कर लेते हैं। जैसे ही हम इसे इंस्टॉल करते हैं, यह हमारा डेटा और जानकारी चुराना शुरू कर देता है।
- Worm (वोर्म):- Worm एक मैलवेयर है जो कंप्यूटर में बहुत तेजी से फैलता है। यह स्वचालित रूप से पूरे कंप्यूटर में फैल जाता है और कंप्यूटर में मौजूद फाइलों को डिलीट कर देता है और कंप्यूटर की गति को बहुत धीमा कर देता है। Worm को कंप्यूटर में फैलने के लिए किसी भी प्रकार के प्रोग्राम की आवश्यकता नहीं होती है। यह स्वचालित कंप्यूटरों में फैल सकता है और फ़ाइलों को नुकसान पहुँचा सकता है।
- Virus (वायरस):- वायरस एक प्रकार का प्रोग्राम है जो किसी अज्ञात फ़ाइल से जुड़ा होता है। जब कोई यूजर उस अज्ञात फाइल को डाउनलोड करता है तो वायरस कंप्यूटर में प्रवेश कर जाता है और कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है। वायरस स्वचालित रूप से पूरे कंप्यूटर को संक्रमित कर देता है क्योंकि यह अपनी एक प्रति बना लेता है।
- Logic Bomb (लॉजिक बम):- लॉजिक बम एक हानिकारक कोड है जिसे जानबूझकर किसी सॉफ़्टवेयर में डाला जाता है। लॉजिक बम का मुख्य उद्देश्य महत्वपूर्ण फाइलों को हटाना, निजी जानकारी चुराना और हार्ड डिस्क में मौजूद डेटा को डिलीट करना है। लॉजिक बम का इस्तेमाल ज्यादातर कंपनी में काम करने वाले लोग करते हैं, अगर किसी व्यक्ति को कंपनी से निकाल दिया जाता है तो वह कंपनी से बदला लेने के लिए लॉजिक बम का इस्तेमाल करता है।
- Fileless Malware (फ़ाइललेस मैलवेयर):- फाइललेस मैलवेयर एक प्रकार का हमला है जो चोरी छुपे होता है। इस हमले के बारे में यूजर को कोई जानकारी नहीं है। यह यूजर्स के कंप्यूटर में घुसकर महत्वपूर्ण जानकारी चुरा लेता है। इस मैलवेयर को एंटीवायरस द्वारा नहीं पकड़ा जा सकता क्योंकि यह हमला गुप्त रूप से होता है।
- Rootkit (रूटकिट):- रूटकिट एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जिसका उपयोग हैकर्स कंप्यूटर तक पहुंच प्राप्त करने और उसमें मौजूद डेटा को चुराने के लिए करते हैं। इसमें हैकर कंप्यूटर को पूरी तरह से कंट्रोल कर सकता है। इसके अलावा यह आपके कंप्यूटर की जासूसी करता है और फर्मवेयर पर हमला करता है। रूटकिट को पहचानना बहुत मुश्किल है। रूटकिट फ़िशिंग, दुर्भावनापूर्ण फ़ाइलों और समझौता किए गए साझा ड्राइव के माध्यम से कंप्यूटर में फैल गए।
- Keylogger (कीलॉगर):- KeyLogger एक खास तरह का मैलवेयर है जिसके जरिए हैकर यह पता लगा सकता है कि कीबोर्ड पर क्या टाइप किया जा रहा है। इससे यह पता चलता है कि कंप्यूटर में क्या टाइप किया जा रहा है। आप कीबोर्ड पर जो भी कुंजी दबाते हैं, यह सारी जानकारी रिकॉर्ड और सेव कर लेता है। Keylogger बैकग्राउंड में चलने वाला एक सॉफ्टवेयर है जिससे यूजर को इसके बारे में पता नहीं चलता।
कंप्यूटर को मैलवेयर अटैक (Malware Attack) से कैसे बचाए?
आइए जानते हैं कि अपने कंप्यूटर सिस्टम को मैलवेयर अटैक से कैसे बचाएं।
- हर समय एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें।
- नियमित एंटीवायरस अपडेट बनाए रखें।
- सभी बाहरी उपकरणों को अपने सिस्टम से दूर रखें।
- इंटरनेट से कोई भी फ़ाइल – संगीत, वीडियो, फ़ोटो, फ़िल्में, सॉफ़्टवेयर आदि – डाउनलोड करने से पहले सुनिश्चित करें कि वेबसाइट भरोसेमंद है।
- अपने पीसी पर फ़ायरवॉल का उपयोग करें। फ़ायरवॉल कंप्यूटर और इंटरनेट के बीच एक सुरक्षात्मक बाधा के रूप में कार्य करता है। फ़ायरवॉल हमेशा ऐसी गतिविधि को रोकता है, इसलिए यदि कोई हमलावर इसके माध्यम से आपके सिस्टम में सेंध लगाने की कोशिश करता है, तो भी हमला विफल हो जाएगा।
- अपने पीसी पर पासवर्ड सुरक्षा के साथ आगे बढ़ें। अपने पासवर्ड में हर समय प्रतीक, अल्फ़ान्यूमेरिक वर्ण, संख्याएँ आदि जोड़ें।
- स्पैम ईमेल कभी न खोलें।
- कभी भी, गलती से भी, किसी लिंक पर क्लिक न करें।
- एक वेबसाइट मौजूद है जो जीमेल लॉगिन का अनुरोध करती है। जीमेल में लॉग इन करते समय अपनी मूल आईडी के बजाय अस्थायी या डुप्लिकेट जीमेल आईडी का उपयोग करें।
- पॉप-अप संदेश पर कभी भी क्लिक नहीं करना चाहिए।
मैलवेयर कैसे फैलता है?
मैलवेयर हमारी ही कुछ ऐसी error होती है जिस कारण फैलता है। मैलवेयर कंप्यूटर पर कौन-कौन सी गलती के कारण फैलता है आइये जानते है-
- इइंटरनेट पर कुछ वेबसाइटों से मुफ़्त में सॉफ़्टवेयर प्राप्त करना संभव है। इन वेबसाइटों पर मुफ्त सॉफ्टवेयर डाउनलोड एक अलग कार्य करते हैं। मैलवेयर आपके द्वारा डाउनलोड किए गए मुफ्त सॉफ़्टवेयर के साथ-साथ कंप्यूटर सिस्टम में घुसपैठ करता है।
- मैलवेयर संभावित रूप से किसी ऐसी वेबसाइट के माध्यम से कंप्यूटर में घुसपैठ कर सकता है जो मैलवेयर से प्रभावित हुई है।
- यदि कोई बाहरी स्टोरेज डिवाइस जो पहले से ही संक्रमित है, आपके कंप्यूटर के अंदर रखा गया है। दूसरे शब्दों में, जैसे ही इसे स्थापित किया जाता है, सिस्टम संक्रमित हो जाता है।
- यहां तक कि स्पैम ईमेल पर क्लिक करने से भी सिस्टम में मैलवेयर आ सकता है।
- किसी भी फाइल का आदान-प्रदान करने के लिए कभी भी टोरेंट का उपयोग न करें। टोरेंट के माध्यम से ट्रोजन मैलवेयर और वायरस के तेजी से प्रसार के कारण।
कंप्यूटर सिस्टम से मैलवेयर कैसे हटा सकते है?
सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर वायरस आपके फोन या सिस्टम में प्रवेश कर जाए तो आपको तुरंत अपने कंप्यूटर सिस्टम का इंटरनेट कनेक्शन काट देना चाहिए। इसके बाद सिस्टम को फॉर्मेट करना होगा।
यदि सुधार के बावजूद सिस्टम अभी भी ठीक से काम नहीं कर रहा है तो ऑपरेटिंग सिस्टम को फिर से इंस्टॉल किया जाना चाहिए।
निष्कर्ष
आज का आर्टिकल टाइप्स ऑफ मैलवेयर अटैक इन हिंदी। इसमें हमने आपको मैलवेयर अटैक क्या है (Malware In Meaning Hindi) और यह कितने प्रकार का होता है(Types of Malware In Hindi) और इससे जुडी अन्य जानकारी के बारे में बताया है। जिनके बारे में आपको जानना बेहद जरूरी है।
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