Psychology जिसे हिंदी में मनोविज्ञान कहा जाता है तो अपने भी अक्सर Psychology का नाम सुना होगा अगर किसी इंसान को दिमाग से जुड़ी किसी भी तरह की बीमारी हो जाती है तो उस इंसान को साइकोलॉजिस्ट की जांच के लिए भेजा जाता है तो आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले है की Psychology kya hai.
गूगल पर अक्सर Psychology kya hai, Psychology का मतलब क्या होता है परिभाषा क्या होती है सर्च किया जाता है। जिसके बारे में आपको पूरी जानकरी नहीं मिल नहीं पाती तो आज हम आपको इस आर्टिकल में Psychology के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है।
Psychology Kya Hai
Psychology को हिंदी में मनोविज्ञान कहते है अब जैसे की इसके नाम से ही आपको पता चल रहा होगा की मनोविज्ञान यानी कि मन का विज्ञान है। Psychology का अध्ययन करने के बाद किसी भी इंसान का मानसिक प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जा सकता है।
ऐसा कहा जाता है की मनोविज्ञान एक ऐसी पढ़ाई है जो कि करने के बाद किसी भी इंसान या किसी भी जीव जंतु पशु पक्षी आदि के मानसिक स्थिति का और उनके व्यवहार को आसानी से समझा जा सकता है। कुछ वैज्ञानिकों ने इसे आत्मा का विज्ञान कहा है क्योकि मनोविज्ञान पढ़ के आप किसी भी इंसान के व्यवहार को विचार को उसके मन को पढ़ सकते है।
किसी ने इस व्यवहार को शुद्ध विज्ञान भी बोला है क्योकि अक्सर देखा गया है की अगर किसी इंसान का दिमाग़ खराब हो गया है तो उसे पागल खाने भेजा जाता है उसके इलाज के लिए लेकिन पागल खाने में भी उसका इलाज एक साइकोलॉजिस्ट यानी मनोवैज्ञानिक ही करता है क्योकि उसे किसी भी इंसान के मन में पढ़ने का ज्ञान मिला है और वह किसी के भी व्यवहार के बारे में आसानी से समझ सकता है।
Psychology की उत्पत्ति कैसे हुई
मनोविज्ञान विज्ञान का वह हिस्सा है जिसका अगर तुमने अध्ययन कर लिया तो उसके बाद आप किसी भी इंसान के मन में क्या चल रह है ये पता लगा सकते है जैसे की उसकी याददाश्त कैसी है उसकी मानसिक स्थिति कैसी है अगर कोई इंसान डिप्रेशन में हैं तो उसका कारण क्या है और क्या सोचता है उसकी किसी के लिए फीलिंग कैसी है ये सब पता लगा सकते है।
Psychology शब्द का उत्पत्ति ग्रीक भाषा से किया गया है Psyche का मतलब आत्मा होता है और logy का मतलब अध्ययन करना होता है और दोनों को मिलाकर Psychology शब्द बनता है और ये दिमाग के अध्ययन करने वाले को कहा जाता है।
Psychology शब्द का इस्तेमाल सबसे पहले 1590 में Rudolf Gockel ने किया था 16 शताब्दी तक कई वैज्ञानिक मनोविज्ञान को आत्मा का विज्ञान ही मानते थे लेकिन 17वीं शताब्दी में वैज्ञानिकों ने बहुत ही रिसर्च के बाद साबित किया की मनोविज्ञान तो मन का विज्ञान है।
साल 1879 में विलियम वुण्ट ने सबसे पहले Psychology की खोज की थी जिससे लोग मनोविज्ञान को पढ़ने लगे और इस सब्जेक्ट को एक नई पहचान मिली।
मनोविज्ञान का प्रकार या शाखा
वैसे तो कई तरह के मनोविज्ञान शाखाएं हैं जैसे कि नीचे बताया गया हैं-
समान्य मनोविज्ञान | असमान्य मनोविज्ञान |
संज्ञानात्मक मनोविज्ञान | विकासात्मक मनोविज्ञान |
आलोचनात्मक मनोविज्ञान | अपराधिक मनोविज्ञान |
शिक्षा मनोविज्ञान | पशु मनोविज्ञान |
बाल मनोविज्ञान | स्वास्थ्य मनोविज्ञान |
विद्यालयी मनोविज्ञान | सामाजिक मनोविज्ञान |
योग मनोविज्ञान | पर्यावरणीय मनोविज्ञान |
व्यक्तित्व मनोविज्ञान | सामुदायिक मनोविज्ञान |
तुलनात्मक मनोविज्ञान | स्वास्थ्य मनोविज्ञान |
सोशल Psychology | पर्सनल Psychology |
इंडस्ट्रियल मनोविज्ञान | जैविक Psychology |
क्लिनिकल साइकोलाॅॅॅजी | फॉरेंसिक Psychology |
निष्कर्ष
आज इस आर्टिकल में हमने आपको बताया की Psychology Kya Hai और Psychology की उत्पत्ति कैसे हुई और Psychology का अर्थ क्या है, हमे उम्मीद है की आपको आपकी जानकारी मिल गयी होगी।