इस ब्लॉग के माध्यम से हमने जाना की प्रत्यय किसे कहते हैं, प्रत्यय शब्द की परिभाषा क्या है, प्रत्यय के प्रकार जैसे अन्य की चर्चा करी गयी हैं।
प्रत्यय किसे कहते हैं?
प्रत्यय हिंदी व्याकरण का एक ऐसा शब्दांश है, जो किसी अन्य मूल शब्द के अंत में जुड़ जाने पर उसका अर्थ पूरी तरह से बदल देता है। मूल शब्दों के अंत में लगने पर प्रत्यय अपनी प्रकृति के अनुसार बदलते रहते हैं।
प्रत्यय प्रति और अय दो शब्दों के योग से बनता है। प्रति शब्द का अर्थ बाद में है और अय का अर्थ चलने वाला होता है।
प्रत्यय शब्द की परिभाषा क्या है?
कोई भी हिंदी व्याकरणिक शब्दांश जो एक सार्थक शब्द के बाद डाला जाता है और उसके अर्थ को पूरी तरह से बदल देता है, एक प्रत्यय के रूप में जाना जाता है।
इन दोनों शब्दों के मेल से बने नए शब्द का अर्थ अकेले किसी भी शब्द से अलग होता है। प्रत्यय को और अधिक स्पष्ट रूप से समझने के लिए आइए एक उदाहरण का उपयोग करें।
उदाहरण: लेख एक प्रासंगिक शब्द है, जिसका हिंदी अर्थ लिखना से है। यदि सार्थक शब्द लेख के अंत में अक् प्रत्यय जोड़ दें, तो हमें एक नया शब्द लेखक प्राप्त होता है। लेखक का अर्थ शाब्दिक होता है, लिखने वाला।
प्रत्यय के प्रकार
हिंदी व्याकरण में मुख्यतः दो प्रकार के प्रत्यय होते हैं, जो नीचे दिए गए हैं।
कृत प्रत्यय
तद्धित प्रत्यय
कृत प्रत्यय किसे कहते हैं?
कृत प्रत्यय वे प्रत्यय हैं जो क्रिया के सार्थक रूप, या मूल में जुड़ते हैं, और अंत में क्रिया के अर्थ को पूरी तरह से बदल देते हैं। कृत प्रत्यय के योग से बनने वाले नए शब्द का नाम सहभागी शब्द है। कृत प्रत्यय की पाँच विभिन्न श्रेणियां निम्नलिखित हैं।
- कर्तृवाच्य कृदंत
- करण वाचक कृदंत
- कर्म वाचक कृदंत
- विशेषण वाचक कृदंत
- भाववाचक कृदंत
तद्धित प्रत्यय किसे कहते हैं?
तद्धित प्रत्यय वे हैं जो संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण जैसे शब्दों के अंत में जुड़कर उन शब्दों के अर्थ में पूर्णतः परिवर्तन कर देते हैं।
अर्थात् संज्ञा, सर्वनाम या विशेषण के साथ योग प्रत्यय जुड़कर नया शब्द बनता है। प्रत्यय कुल आठ प्रकार के होते हैं, जो इस प्रकार दर्शाए गए हैं।
- कर्तृवाच्य तद्धित
- भाववाचक तद्धित
- गणना वाचक तद्धित
- उनवाचक तद्धित
- संबंध वाचक तद्धित
- स्थान वाचक तद्धित
- सादृश्यवाचक तद्धित
- गुणवाचक तद्धित
- स्त्रीबोधक
परीक्षा के दृष्टिकोण से कुछ महत्वपूर्ण प्रत्यय
प्रत्यय | प्रत्यय के उदाहरण |
त्व | कवित्व, प्रभुत्व, साधुत्व, ममत्व, देवत्व |
ता | एकता, मधुरता, महानता, सुंदरता |
पन | भोलापन, बचपन, पागलपन, ढीलापन |
हट | घबराहट, जगमगाहट, आहट |
अना | घटना, तुलना, वंदना |
अनीय | माननीय, पूजनीय, दर्शनीय, रमणीय |
उक | इच्छुक, भिक्षुक |
इत | पठित, व्यस्थित, फ़लित, पुष्पित |
हार | होनहार, रखनहार |
या | विद्या, दिव्या, मृगया |
कुछ उर्दू के कुछ प्रत्यय
उर्दू शब्द बनाने के लिए कुछ प्रत्यय शब्द के अंत में जोड़े जा सकते हैं।
उदाहारण
- जादूगर = जादू + गर
- सौदागर = सौदा + गर
- हिस्सेदार = हिस्सा + दार
- दुकानदार = दुकान +दार
- ईदगाह = ईद + गाह
- आरामगाह = आराम + गाह
- रिश्वतखोर = रिश्वत + खोर
- तुर्किस्तान = तुर्क + इस्तान